नवीन यमुना सेतु
दिशानवीन यमुना सेतु प्रयागराज की उपलब्धियों में से एक हैं। इसकी छवियों से इस सेतु के उत्कृष्ट वास्तुकला का बोध होता है। प्रभात तथा संध्या काल में इस सेतु का दृश्य सम्मोहित कर देता है।
नवीन यमुना सेतु, जिसे नैनी ब्रिज के नाम से भी जाना जाता है, भारत के सबसे लंबे केबल वाले पुलों में से एक है। यह यमुना नदी पर उत्तर-दक्षिण दिशा में स्थित है तथा यह नैनी क्षेत्र को प्रयागराज से जोड़ता है। यह वर्ष 2004 में पुराने नैनी ब्रिज पर यातायात की भीड़ को कम करने के लिए बनाया गया था। पुल का निर्माण हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी और हुंडई इंजीनियरिंग और निर्माण ने संयुक्त रूप से किया था।
नवीन यमुना सेतु आधुनिक डिजाइन और संरचना के साथ निर्मित भारत में पहला छः लेन वाला पुल है। इसमें कंक्रीट सामग्री से बने दो स्तम्भ हैं जो स्टील केबलों द्वारा बंधे इस पुल की छत को सहारा देते हैं। यह पुल प्रयागराज और राष्ट्रीय राजमार्ग-27 के बीच रोड लिंक के रूप में भी कार्य करता है। पर्यावरणीय संगतता और उत्कृष्ट गुणवत्ता के साथ-साथ आधुनिक तकनीक, इस पुल की कुछ विशेषताओं में से हैं जो महान बहुत से प्रदान करती है। भारत में पुलों का एक शानदार नेटवर्क है और यह पुल बुनियादी ढांचे में देश की जबरदस्त वृद्धि का एक अच्छा उदाहरण है।
नवीन यमुना सेतु से गुजरते समय आधुनिक तकनीक की सुविधा का अनुभव करें!
फोटो गैलरी
कैसे पहुंचें:
बाय एयर
बमरौली एअरपोर्ट, प्रयागराज - 12 कि०मी०; लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट, वाराणसी - 150 कि०मी०; अमौसी अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट, लखनऊ - 200 कि०मी०
ट्रेन द्वारा
प्रयागराज जंक्शन -6 कि०मी० प्रयाग स्टेशन - 5 कि०मी० रामबाग स्टेशन - 3 कि०मी०
सड़क के द्वारा
टैक्सी, ऑटो या ई-रिक्शा द्वारा यहाँ पंहुचा जा सकता है। यह स्थान सिविल लाइन्स बस स्टैंड से 4 कि०मी० की दूरी पर स्थित है।